वेद गंगा हिंदी पुस्तक पीडीएफ | Ved Ganga Hindi Book PDF

Ved Ganga Pdf In Hindi Book Free Download by the Link Given Below.


Ved Ganga Hindi Book PDF

वेद गंगा हिंदी पुस्तक पीडीएफ | Ved Ganga Hindi Book PDF Download

आज से लगभग चालीस वर्ष पूर्व एक अदभुत तपस्वी का लखनऊ नगर में पदार्पण हुआ। विशाल देह, आजानु बाहु, चिर मुस्कान लिये ज्योतिर्मय शुभ आकृति! उस महान व्यक्तित्व ने नौ दिन के प्रवचन में जो बाद में सनातन दर्शन की पृष्ठभूमि नामक अमर ग्रंथ के रूप में प्रकाशित हुआ उसने जन मानस को ऐसा मोह लिया कि कोई भी उससे बिछुड़ने को तैयार न था। परन्तु सन्यासी रुकने को तैयार न था। कारण? गृहस्थ और सन्यासी धर्म की अपनी मर्यादा है। 

गृहस्थों के बीच सन्यासी को अधिक समय नहीं रहना चाहिये। शेर और सन्यासी जंगल में ही शोभा देते है। उसका स्पष्ट मत था जो अटल था। कुर्सी रोड पर अलीगंज हनुमान मन्दिर से लगभग चार किलोमीटर आगे "श्री सनातन आश्रम" की स्थापना हुई। सन्यासी रुक गया। लखनऊ वासियों के प्रेम के वशीभूत जैसा हो आश्रम बना। आत्म ज्योतियों से वातावरण मुखरित हो उठा। 

भक्त मित्रों ने कहा, 'स्वामी जी अब चेला बनाइये, अन्यथा आश्रम खर्चा कैसे चलेगा?" 'चेलों के सहारे यह सन्यासी जी लेगा परन्तु जिनके नाम का वस्त्र धारण किया है उनके सहारे कब जियेगा? सनातन स्वामी आगत को ईश्वर ही जानेगा! सेवा करेंगे तथा चरण रज से अधिक कामना नहीं होगी! जैसे नारायण रखेंगे, वैसे ही सबकी सेवा करते हुए तपेंगे ! इच्छा जब नारायण से नहीं तो संसार से कैसी कामना?" सन्यासी का उत्तर था !

वर्षो उपरान्त ! एक क्षण, एक शब्द भी तो नहीं बदला। पावन सन्यासी ने न तो कभी किसी से इच्छा की, न ही चेला आदि का विचार ही उभरने दिया। आश्रम के द्वार पर आते ही पुष्प वाटिका में लगा उक्त पट आगन्तुक का मौन, किंतु अन्तर से मुखर स्वागत करता है। लखनऊ नगर से उत्तरायण सनातन आश्रम पड़ता है। अलीगंज चुंगी से लगभग डेढ किलोमीटर आगे। चुंगी से आगे बढ़ते ही शहर का शोर भरा वातावरण पीछे छूट जाता है। 

साथ ही आधुनिकता की उकता देने वाली नकली व्यावहारिकता। दूर-दूर तक फैलै हरे-भरे खेत और बागीचे सड़क के दोनों ओर पंक्तिबद्ध खड़े विशाल झुकते पेड़ों का अलौकिक दृश्य, सन्यासी से मिलने की अभिलाषा तीव्रतर होती जाती हैं। फिर आश्रम का सामीप्य और पुष्प, लताओं और पेड़ों के समूहों का मौन स्वागत किया।





Bookवेद गंगा / Ved Ganga Hindi Book PDF
AuthorSwami Sanatan Shri
LanguageHindi
Pages91
Size14 MB
FilePDF
CategoryHinduism, Hindi Books
DownloadClick on the button given below

Pdf Download Button

Post a Comment