कुरआन शरीफ के गलत तरजमों की निशानदेही हिंदी पुस्तक पीडीएफ | Quran Sharif Ke Galat Tarjumon Ki Nishandehi Hindi Book PDF



Quran Sharif Ke Galat Tarjumon Ki Nishandehi Hindi Book PDF


कुरआन शरीफ के गलत तरजमों की निशानदेही हिंदी पुस्तक पीडीएफ | Quran Sharif Ke Galat Tarjumon Ki Nishandehi Hindi Book PDF Download

हर तरह की तारीफ उस जाते करीम की जिस ने हमें ऐसा रऊफ व रहीम रसूल अता फरमाया कि जिस को सारी सारी शब हमारी मन्फ़िरत का सामान करना मल्लूब और हमें हर आन आराम व राहत में देखना महबूब, फिर करोड़ों दुरूद व सलाम हों उस रहमतुल- लिल आलमीन पर कि जिस ने अपने करम से हमें क्यामत तक के फिल्मों से बार-बार आगाह किया। कभी हज़रत उस्मान बिन तलहा रजि अल्लाहु अन्हु से बैतुल्लाह शरीफ़ की चाबियाँ लेने देने के दौरान फरमाया कि यह चाबियाँ तेरी औलाद में तब तक रहेंगी कि जब तक एक जालिम व जाबिर हाकिम अपने जुल्म के संबंध तेरी औलाद से छीन न ले। 

तो कभी यमन व शाम के लिए दुआ फरमाकर और नज्द के लिए बावजूद सहाबो के इसरार पर दुआ न फरमा कर हमें नदियों के फिल्मों से आगाह फरमाया, और फरमाया कि नज्द से शैतान के सींग निकलेंगे। और फिना अंगेज़ नदियों की अलामत यह बयान की कि वह कुफ्फार को छोड़ेंगे, और मुसलमानों को कत्ल करेंगे। हुज़ूर सल्लल्लाहु अलैहि व सल्लम के इरशादात के एैन मुताबिक अरब पर नदियों के कब्जे के बाद लाखों अवाम व उलमाए अहले सुन्नत को शहीद करना। 

यहूदी बैंकों में संखों रुपयों जमा करके मुसलमानों के दुश्मन यहूदियों की मदद करना, हुज़ूरे अनवर के इरशादात की तस्दीक करता है। हुजुरे अकरम सल्लल्लाहु अलैहि व सल्लम की इन खुदादाद पेश गोइयों के इंतिकाम में नदियों ने हुज़ूर सल्लल्लाहु अलैहि व सल्लम के साहबजादों, साहबज़ादियों, अज़वाजे मुतहहरात जिन पर हमारे माँ-बाप कुरबान और तमाम जलीलुल-कद्र सहाबा के मज़ारात को मिस्मार किया।

और उन्हीं नदियों ने ताज कम्पनी से हुज़ूर अलैहिस्सलाम के निन्नानवे अस्मा कुरआन शरीफ के आखिर में शाए होने बन्द कराए। और अब हाल ही में गुस्ताख़े रसूल वहाबियों ने इमाम अहले सुन्नत के तरजम-ए-कुरआन पर पाबन्दी लगा कर कि जहाँ मिले उसे फाड़ दो या जला दो का हुक्म सादिर करके अपनी आतिशे हसद सर्द करने और मुसलमानों के दिलों में आग भड़काने की कोशिश की।





Bookकुरआन शरीफ के गलत तरजमों की निशानदेही | Quran Sharif Ke Galat Tarjumon Ki Nishandehi
AuthorMaulana Qari Razaul Mustafa Azmi
LanguageHindi
Pages32
Size5 MB
FilePDF
CategoryHindi Book
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