श्री शिव महापुराण हिंदी पीडीएफ | Shri Shiv Mahapuran (Gitapress) Hindi Book PDF


Shri-Shiv-Mahapuran-Gitapress-Hindi-Book-PDF



श्री शिव महापुराण हिंदी पुस्तक के बारे में अधिक जानकारी | More details about Shri Shiv Mahapuran Hindi Book

इस पुस्तक का नाम है : श्री शिव महापुराण | इस ग्रन्थ के मूल लेखक है : महर्षि वेदव्यास | इस पुस्तक के हिंदी अनुवादक है : अज्ञात | पुस्तक के प्रकाशक हैं : गीताप्रेस, गोरखपुर | इस पुस्तक की पीडीऍफ़ फाइल का कुल आकार लगभग 843 MB है | इस पुस्तक में कुल 1085 पृष्ठ हैं | आगे इस पेज पर "श्री शिव महापुराण" पुस्तक का डाउनलोड लिंक दिया गया है जहाँ से आप इसे मुफ्त में डाउनलोड कर सकते हैं.

Name of the book is : Shri Shiv Mahapuran | This Book is originally written by : Maharshi Vedvyas ji | Hindi translator of this book : unknown | This book is published by : Gitapress, Gorakhpur | PDF file of this book is of size 843 MB approximately. This book has a total of 1085 pages. Download link of the book "Shri Shiv Mahapuran" has been given further on this page from where you can download it for free.


पुस्तक के लेखक
पुस्तक श्रेणीपीडीएफ साइजकुल पृष्ठ
महर्षि वेदव्यासधार्मिक843 MB1085


पुस्तक से : 

जो ब्रह्मचर्य आश्रम में हैं, उनके लिये समिधा का आधान ही अग्नियज्ञ है। वे समिधा का ही हवन करें। ब्रह्मचर्य आश्रम में निवास करनेवाले द्विजों का जबतक विवाह न हो जाय, तबतक उनके लिये अग्नि में समिधा की आहुति, व्रत आदिका पालन तथा विशेष यजन आदि ही उनके लिये अग्नियज्ञ है। ऐसे संन्यासियों के लिये यही हवन है कि वे विहित समय पर पवित्र अन्नका भोजन कर लें।

 

मंगल व्याधियों का निवारण करते हैं, बुध पुष्टि देते हैं, बृहस्पति आयु वृद्धि करते हैं, शुक्र भोग देते हैं और शनैश्चर मृत्यु का निवारण करते हैं। ये सात वारों के क्रमशः फल बताये गये हैं, जो उन उन देवताओं की प्रीति से प्राप्त होते हैं। अन्य की पूजाका फल देनेवाले भगवान् शिव हैं। देवताओं की प्रसन्नताके लिये पूजा की पाँच ही पद्धति बनायी गयी है।

 

जो क्षत्रिय एक हजार कुटुम्बों को जीविका और आवास देता है, उसका वह कर्म इन्द्रलोक की प्राप्ति करानेवाला होता है और कुटुम्बों को दिया हुआ आश्रयदान ब्रह्मलोक प्रदान करता है। दाता पुरुष जिस देवता के उद्देश्य से दान करता है अर्थात् वह दानके द्वारा जिस देवता को प्रसन्न करना चाहता है, उसे वही लोक प्राप्त होता है।

 (नोट : उपरोक्त टेक्स्ट मशीनी टाइपिंग है, इसमें त्रुटियां संभव हैं, अतः इसे पुस्तक का हिस्सा न माना जाये.)


डाउनलोड लिंक :

"श्री शिव महापुराण" हिन्दी पुस्तक को डाउनलोड करने के लिए नीचे दिए गए डाउनलोड बटन पर क्लिक करें |

To download "Shri Shiv Mahapuran" Hindi book simply click on the download button provided below.


Download PDF (843 MB)

                                                                      यदि इस पुस्तक के विवरण में कोई त्रुटि है या फिर आपको इस पुस्तक से संबंधित कोई सुझाव अथवा शिकायत है तो उस सम्बन्ध में आप हमें सूचित करें।