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गायत्री महाविज्ञान हिंदी पीडीएफ | Gayatri Mahavigyan (Shri Ram Sharma Acharya) Hindi Book PDF


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गायत्री महाविज्ञान हिंदी पुस्तक के बारे में अधिक जानकारी | More details about Gayatri Mahavigyan Hindi Book

इस पुस्तक का नाम है : गायत्री महाविज्ञान | इस ग्रन्थ के मूल लेखक या संपादक है : पंडित श्रीराम शर्मा आचार्य | पुस्तक के प्रकाशक हैं : युग निर्माण योजना विस्तार ट्रस्ट, मथुरा | इस पुस्तक की पीडीऍफ़ फाइल का कुल आकार लगभग 29 MB है | इस पुस्तक में कुल 419 पृष्ठ हैं | आगे इस पेज पर "गायत्री महाविज्ञान" पुस्तक का डाउनलोड लिंक दिया गया है जहाँ से आप इसे मुफ्त में डाउनलोड कर सकते हैं.

Name of the book is : Gayatri Mahavigyan | This Book is originally written or composed by : Pandit Shri Ram Sharma Acharya | This book is published by : Yug Nirmaan Yojana Vistar Trust, Mathura | PDF file of this book is of size 29 MB approximately. This book has a total of 419 pages. Download link of the book "Gayatri Mahavigyan" has been given further on this page from where you can download it for free.


पुस्तक के लेखक
पुस्तक श्रेणीपीडीएफ साइजकुल पृष्ठ
पंडित श्रीराम शर्मा आचार्यभक्ति धर्म29 MB419


पुस्तक से : 

पुराणों में वर्णन मिलता है कि सृष्टि के आदिकाल में भगवान् की नाभि में से कमल उत्पन्न हुआ। कमल के पुष्पमें से ब्रह्मा हुए और सावित्री तथा ब्रह्मा के संयोग से वेद उत्पन्न हुए। वेद से समस्त प्रकार के ज्ञानों का उद्भव हुआ। बाद में फिर ब्रह्माजी ने भौतिक सृष्टिकी रचना की थी। इस आलंकारिक गाथा का रहस्य बड़ा ही अद्भुत है।
ब्रह्माजी ने दो प्रकार की सृष्टि उत्पन्न की थी चैतन्य तथा जड़। चैतन्य शक्ति के अन्तर्गत वे सभी जीव आते हैं, जिनमें इच्छा, अनुभूति पाई जाती है। चैतन्य की एक स्वतंत्र सृष्टि है, जिसे विश्व का प्राणमय कोश कहते हैं। निखिल विश्वमें एक चैतन्य तत्त्व भरा हुआ है, जिसे प्राण कहा जाता है। विचार, संकल्प, भाव, इस प्राण तत्त्व के तीन वर्ग हैं। 
पुराणों में वर्णन मिलता है कि ब्रह्मा के शरीर से एक सुन्दरी तरुणी उत्पन्न हुई, यह उनके अंगसे उत्पन्न होने के कारण उनकी पुत्री हुई। इसी तरुणी की सहायता से उन्होंने अपना सृष्टि निर्माण कार्य जारी रखा। इसके पश्चात् उस रूपवती युवतीको देखकर उनका मन विचलित हो गया और उन्होंने उससे पत्नी के रूपमें रमण किया।

 (नोट : उपरोक्त टेक्स्ट मशीनी टाइपिंग है, इसमें त्रुटियां संभव हैं, अतः इसे पुस्तक का हिस्सा न माना जाये.)


डाउनलोड लिंक :

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